खेलकूद

 

 

                  खेल समझाते हैं मानव शक्ति और बुद्धि का अर्थ

               तभी तो प्रतिभागी बड़े से बड़े लक्ष्यों को पाने में होते है समर्थ।

    खेलों से स्वास्थ्य के साथ –साथ मनुष्य का चारित्रिक और आध्यात्मिक विकास भी होता है। खेल से पुष्ट और स्फूर्तिमय शरीर ही मन को स्वस्थ बनाता है । खेलकूद मानव मन को प्रसन्न और उत्साहित बनाए रखते हैं। खेलों से नियम पालन के स्वभाव का विकास होता है और मन एकाग्र होता है  । बच्चों के सर्वांगीण विकास में खेल महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इन खेलों द्वारा बालकों में त्वरित निर्णय क्षमता वस्तुओं की जानकारी समायोजन समन्वय सद्भाव साहस सहअस्तित्व जैसे गुणों का स्वभाव में स्वतः ही विकास हो जाता है |